18 JUL 2018 AT 2:30


तुमको कैसे कहुँ मैं,
की तुम ही तो हो,
देखके जिसको दिल को सुकू मिलता है ,
बंद आंखों से जिसको मैं हु सोचता,
जिसका रश्ता मैं बरसो से हु ताकता,
जिसको पल-पल में,
हरपल मैं हु देखता,
आखों में सपने जिसके मैं लेके चलु,
तुमको कैसे कहुँ मैं की तुम ही तो हो।

तुमको कैसे कहुँ मैं।

- नीरज (★)