अगर बस में होता तो यहीं थाम लेता वक्त कोतेरी बाँहों में जो सुकून है वो दुनियादारी में कहाँ -
अगर बस में होता तो यहीं थाम लेता वक्त कोतेरी बाँहों में जो सुकून है वो दुनियादारी में कहाँ
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