अब इस कलयुग के सफर में ,कोई पूछता कि सुकून है कहाँ ....बस अपनी आंखें बंद करता हूं मैं ,और याद आ जाती है मुझे मेरी " माँ " .... @ the poet.. 🤔🤔 - मनीष कुमार
अब इस कलयुग के सफर में ,कोई पूछता कि सुकून है कहाँ ....बस अपनी आंखें बंद करता हूं मैं ,और याद आ जाती है मुझे मेरी " माँ " .... @ the poet.. 🤔🤔
- मनीष कुमार