22 FEB 2018 AT 10:51

अब इस कलयुग के सफर में ,

कोई पूछता कि सुकून है कहाँ ....

बस अपनी आंखें बंद करता हूं मैं ,

और याद आ जाती है मुझे मेरी " माँ "

.... @ the poet.. 🤔🤔

- मनीष कुमार