सुना है आज बहुत उदास हो तुम..!!
सुना है अब किसी के पास हो तुम..!!
अंदाज़ बदल गए जो हर शक्स के,
सुना है अब उनके अल्फाज़ हो तुम..!!
जिस मैखाने का मैं करता था नशा,
सुना है उसका नशा-ए-ताज हो तुम..!!
मेरी निगाहें तलाशती थी जिसे,
सुनाई दी थी मुझे वो आगाज हो तुम..!!
किसी कोने में मैं खोया था कभी,
मेरे अन्दर आए सारे बदलाव हो तुम..!!
मेरी रूह ने सुलाया मेरे जिस्म को,
मुझसे निकली आखिरी अवाज हो तुम..!!
मैंने बस सुना है ये भी सुना ना तुमने,
मैं जो सुनना चाहता हूँ वो आज हो तुम..!!
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