कैसे भूल जाऊँ उन हसीन लम्हो को,तेरी प्यार से भरी उन बाहों के घेरे को।माना तन्हाई भरी है अपनी किस्मत में,लेकिन फिर भी हम साथी तो हैं हमसफर में।। - Kroy
कैसे भूल जाऊँ उन हसीन लम्हो को,तेरी प्यार से भरी उन बाहों के घेरे को।माना तन्हाई भरी है अपनी किस्मत में,लेकिन फिर भी हम साथी तो हैं हमसफर में।।
- Kroy