ऐसा नहीं है कि ठंड नहीं थी । ठंड तो बहुत ज्यादा थी । ठंड आ रही थी जा रही थी। क्योंकि वह हमसे थोड़ा शर्मआ रही थी। इसलिए हमने जैकेट पहनने के जगह, जैकेट को हाथ मे टांग रखी थी।। 😀😀— % &
तो देखो ........... ना कोई राह निकले तो आंख बंद करके तो देखो अपने कहीं रूठ जाए तो उसे मना कर तो देखो अगर एक बार दिल टूट भी गया हो तो उसे मजबूत बना कर तो देखो ......... आंखों में आंसू की जगह सपने सजा कर तो देखो जिंदगी यूं ही ना मुस्कुराए तो फिर कहना अपनों के साथ थोड़ा वक्त बिता कर तो देखो और खुशी का साथ ना मिले तो फिर कहना अपनी दुआओं में खुशी मांग कर तो देखो.....
जब मेरे खेलने कूदने के दिन थे । तब मुझे पहना दी गई थी पांव में बेड़ियां । आज भी वो सब मुझसे कहती है । कैसे कर ली तुमने यह बेवकूफियां । जब मेरे कुछ सपने थे कुछ करने के दिन थे । तब मुझे पहना दी गई हाथों में चूड़ियां । आज भी वे लोग मुझ पर हंसते हैं । जो कल तक हुआ करती थी मेरी सहेलियां
कुछ लोग तो कमाल करते हैं। जवाब रहते हुए भी सवाल करते हैं।। करते नहीं है उसकी कभी कद्र, बे बेफिक्र होकर उस पर दबाव डालते है। उसकी सारी खुशियां छिन कर, उस पर बहुत बड़ा एहसान करते हैं। 😭😭
जिंदगी एक दौड़ हैं । और जिंदगी मे इतना आगे दौड़ो। कि तुम्हारे दुश्मन पिछे छुट जाये। हमेशा उनके बारे में सोचो जो , तुम्हारे बारे मे सोचते है। हर पल उनकी मुस्कान बनो। जो तुम्हारा मुस्कान चाहते हैं ।।
ये जिंदगी तुझसे अब सिकायत कैसी। जो दिया तुने उसे मैं जी भर जिया। क़द्र ही नहीं कभी किया तुने जो मुझे दिया। एहमियत ही न उसकी समझी नदानी थी मेरी। हर सांस की किमत है होती तब मैने जाना। जब जिंदगी और मौत मे हो रही थी । ताना-बाना ।.....sk