सब शातिर है अपनी-अपनी नजर में,
मैदान-ए-जंग में आए तो पता चले,
रिश्तों में सब खेल जाते है खेल मगर,
कोई जमाने से खेल जाए तो पता चले,
हिम्मत सबमें है दूसरों के नुक्स ढूंढने का,
कोई खुद के नुक्स ढूंढ पाए तो पता चले,
यूं तो गंभीर आरोप लगा देते है सैम पर,
कोई उन्हें साबित कर जाए तो पता चले,
प्यार की आड़ में कत्ल कर जाते है सैम का,
कोई सामने से वार कर पाए तो पता चले।
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