20 MAY 2018 AT 23:37

हैरान हूं मैं हसरतों की हद से
हाथ पकड़ कर जिसने हस्तियां बनाई हैं
वो मां ही है जिसने खाबों की खातिर
कभी कुछ कागज़ों की कश्तियां बनाई हैं

- Shayar-Surd