हैरान हूं मैं हसरतों की हद सेहाथ पकड़ कर जिसने हस्तियां बनाई हैंवो मां ही है जिसने खाबों की खातिरकभी कुछ कागज़ों की कश्तियां बनाई हैं - Shayar-Surd
हैरान हूं मैं हसरतों की हद सेहाथ पकड़ कर जिसने हस्तियां बनाई हैंवो मां ही है जिसने खाबों की खातिरकभी कुछ कागज़ों की कश्तियां बनाई हैं
- Shayar-Surd