क्या लिखूँ प्रेम पर प्रेम अंतहीन हैएक सच ये भी कि प्रेम ही दीन हैप्रेम की प्रीत का न कोई मापदण्ड प्रेम है प्रेम है और प्रेम ही बस प्रेम है -
क्या लिखूँ प्रेम पर प्रेम अंतहीन हैएक सच ये भी कि प्रेम ही दीन हैप्रेम की प्रीत का न कोई मापदण्ड प्रेम है प्रेम है और प्रेम ही बस प्रेम है
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