18 APR 2018 AT 10:34

एक सपना देखा हैं,
हक़ीक़त बनाना बाकी हैं
पँखो से न सही,
होंसलों की उड़ान काफी हैं
मुश्किल नहीं हैं कुछ,
मेहनत करनी बाकी हैं

- Gj verma