वो पढ़ सकते थे निगाहों में, मेरा हाल-ए-दिल
नज़रंदाज़ कर, मेरा दिल वो गमगीन कर बैठे।
उनके आने से इतने रंग आए मेरी जी़स्त में
मेरे वजूद का हर पहलू रंगगीन कर बैठे।
और वो मेरे सामने बैठ मुस्कुराते हुए
मेरा ,वो हर एक लम्हा हसीन कर बैठे।
करीब रह कर भी, उनसे फासले यूं बढ़े
जैसे फासले आस्मां और ज़मीन कर बैठे।
मोहब्बत जो है वो बहुत खूबसूरत चीज है, मगर
तुमसे दिल लगाना, जूर्म संगीन कर बैठे।
और एक सवाल था उनका, " 'देव' चाहते हो मुझे? "
हमने ' ना ' कहा और वो यक़ीन कर बैठे।
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