22 APR 2018 AT 18:08

समुद्र का किनारा हूँ साहिल ढूढ़ता हूँ
मैं राह का मुसाफिर हूँ रास्ता ढूढ़ता हूँ
कोई है जो मन मंजिल तक पहुंचा दे मुझे
अकेला गम का मारा सहारा ढूढ़ता हूँ।

- ©सैनी जी 💔