इस शक्सियत से परे जो एक 'मैं' रहती हुँजीना तो चाहती हुँ पर रोज़ मौत सहती हुँ - Sakhi..
इस शक्सियत से परे जो एक 'मैं' रहती हुँजीना तो चाहती हुँ पर रोज़ मौत सहती हुँ
- Sakhi..