Amit Vikram   (गुमनाम)
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Joined 18 April 2018


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Joined 18 April 2018
11 MAY 2023 AT 22:34

प्रेम मे हसरते नहीं होती , र्सिफ उम्मीद होती है.
प्रेम मे सरहदे नहीं होती , र्सिफ फिक्र होती है.
प्रेम मे शर्ते नहीं होती, र्सिफ प्रतिक्षा होती है.
प्रेम मे हदे नहीं होती है, र्सिफ जिद होती है.
जानी, प्रेम मे मैं नहीं होता.
क्यूंकि प्रेम मे अगर कुछ सर्वोपरि हैं तो वो र्सिफ तुम हो..

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9 SEP 2022 AT 11:20

है कि तेरे चेहरे कि मुस्कान फ़िर कभी नहीं जाये,
तेरे लिए उपर वाले के लिखे दर्द सारे मेरे हिस्से में आ जाये.

जब कभी तेरी याद मुझे रुलाये उस वक़्त तु सामने आ जाये,
जमाने का लिखा सब हमारे साथ आ जाये.

तुम पायल पहनो तो उसकी खनकने कि आवज मेरे कानो तक आये,
मैं माथा चुमू तुम्हारा, ऑर वो वक़्त वही ठ्हर जाये,

अगर कुछ ऐसा हो कि जिस दिन हम अलग हो जाये,
मेरी आंखे बंद हो, ऑर फ़िर मेरी साँसे रुक जाये..

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1 SEP 2022 AT 11:59

नये रिश्ते बना लेना,
नये सपने सजा लेना,

सभी कसमे सभी नाते,
भुला देना सभी वादे,

जो दिल चाहे वो सब करना,
तुम्हें जाना इजाजत है,

मुझे बेशक भुला देना,
चलो तुम साथ मत देना,

पर अब अगर किसी से प्यार करो तुम,
उस शख्स से अधुरा प्यार मत करना..

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18 MAR 2021 AT 19:04

तु आज भी बेखबर है मेरे कब्र से ,
तुझे एहसास ही नहीं है कि एक अरसा हो गया मुझे खामोश हुए..

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18 MAR 2021 AT 9:49

ना नफ़रत है, ना इश्क़ पहले जैसा है,,
अब तुमसे हमारा कुछ ऐसा रिश्ता है,,
कि मोहब्बत पहले से अब ज्यादा गहरा है....

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15 MAR 2021 AT 14:26

वो तेरा शहर होगा जहाँ बेवफ़ा लोग बसते होंगे...
ओर ये सिर्फ़ तेरा हि वहम होगा की हम तुम्हे भुल जाएंगे..

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9 MAR 2021 AT 19:31

हर बार जब भी कही सिर झुकाया तो तेरी खुशियाँ मांगी,,
मैने अपने हर सजदे मे तेरे लिए दुआ मांगी,,
शायद किश्मत मे नहीं थे तुम इस जन्म मे मेरे,,.
इसिलिये दुआ मैं करता रहा और तुम किसी और को मिली....

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9 MAR 2021 AT 13:14

खुद को पहचानने मे,,.
वक़्त लगा दिया मैने तुझे ऎ ज़िन्दगी समझने में,,
उसकी यादो मे जीने के वजह से,,
मैने तुझे हि भुला दी थी ज़िन्दगी,,
लेकिन अब ऑर नही,,.
खुद कि पहचान बनानी है अब,,
ओर मै वक़्त के हिसाब से नहीं बदल सकता,,.
क्युकि मुझे वक़्त को अपने हिसाब से बदलना है..

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8 MAR 2021 AT 21:58

एक सवाल आज तक हमे बहुत सताता है ,,
जब तुम्हे हमारा हाथ छोड़ना ही था,,
तो उस वक़्त हाथ पकड़ कर,,
अपनापन दिखाए ही क्यो थे....

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8 MAR 2021 AT 16:21

कौन कहता है कि दुरी इश्क़ कम कर देता है,,,
इस फ़ासले ने तो हमे आपके बेहद करीब ला दिया...
हम आपको आज इस कदर चाहने लगे हैं,,
कि ये नजरें हर वक़्त आपको हि तलाशती है हर एक मोड पर...

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