18 JUL 2018 AT 2:23

मै चाहूँ निहारना एकटक तोको
दो टूक नजरिया फेर जरा
तोरी छवि मोरे नयनन के दर्पण मे
मानो सागर पर उतरी धरा
जित देखूं तोरा रुप ही पाऊं
तोरे प्रेम का ऐसा छाप परा
तोरा मोहपाश मोरे प्रीत ते बस लई
बस दो टूक नजरिया फेर जरा

- आकाश शांडिल्य