19 APR 2018 AT 9:40

मिली बनकर के सौदागर मेरी ये जिंदगी मुझसे

तराज़ू हाथ मे लेकर किया सौदा मुसाफिर से

हुनर था शायरी का एक तरफ दूजी तरफ ख़ुशियाँ

कलम हाथों में देकर छीन ली मुस्कान काफिर से..

- Abhi