एक शिशु ने आज है जन्म लिया,
खुशहाली घर में है छाई,
ज्यों बात पता चली बिटिया की,
मायूसी घर में क्यूँ छाई???
बेटे की चाह में पागल सब,
बेटी उनके मन ना भाई,
है दोष लगा उस माता पर,
जन्मी बेटी क्यूँ घर आई???
वो माँ थी अंतर क्या कर ले,
क्या गोद भी वो सूनी कर ले,
बेटा बेटी वो क्या जाने,
संतान प्रेम क्या वो त्यागे???
- अभिषेक कुमार शुक्ल आज़ाद